डूंगरपुर राजस्थान राज्य का एक खूबसूरत शहर है, जो अपनी ऐतिहासिक धरोहर, किलों, महलों और झीलों के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर उदयपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित है और मewar क्षेत्र का हिस्सा है। डूंगरपुर का नाम इस क्षेत्र में स्थित प्राचीन किलों और राजसी महलों से जुड़ा हुआ है। Tourist Places in Dungarpur Rajasthan में आपको राजस्थान की पारंपरिक संस्कृति, शाही इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम देखने को मिलता है। आइए जानते हैं इस शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में।
1. उदय सिंह महल (Uday Singh Palace)
उदय सिंह महल डूंगरपुर का एक ऐतिहासिक स्थल है, जो शहर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह महल राजपूत वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है, और यह उदय सिंह द्वारा निर्मित किया गया था। महल के भीतर सुंदर आंगन, शाही कक्ष और शानदार वास्तुकला पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहाँ से आसपास का दृश्य अत्यंत मनमोहक है और यह स्थल इतिहास प्रेमियों के लिए आदर्श है।
2. जहर महल (Jahaz Mahal)
जहर महल डूंगरपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसे “जहाज़ महल” भी कहा जाता है। यह महल गाँधी सागर झील के पास स्थित है और इसका आकार और वास्तुकला एक विशाल जहाज जैसा प्रतीत होता है। महल के चारों ओर पानी और हरियाली का दृश्य इसे और भी आकर्षक बनाता है। यह महल भारतीय स्थापत्य कला और पानी के प्रबंधन का अद्भुत उदाहरण है।
3. गांधी सागर झील (Gandhi Sagar Lake)
गांधी सागर झील डूंगरपुर की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण झीलों में से एक है। यह झील न केवल अपने सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह क्षेत्र की जल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत भी है। यहाँ पर्यटक बोटिंग का आनंद ले सकते हैं और झील के शांत वातावरण में समय बिता सकते हैं। झील के किनारे स्थित मंदिर और घाट भी धार्मिक महत्व रखते हैं, और यह स्थल उन लोगों के लिए आदर्श है जो प्रकृति के बीच शांति और सुकून की तलाश में रहते हैं।
4. बड़लामठ (Badal Mahal)
बड़लामठ एक प्राचीन और ऐतिहासिक किला है जो डूंगरपुर के प्रमुख किलों में से एक है। यह किला पहाड़ी पर स्थित है और यहाँ से शहर का शानदार दृश्य दिखाई देता है। किले में सुंदर महल, कक्ष और मंदिर हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहाँ का वातावरण प्राचीन और ऐतिहासिक महत्व से भरा हुआ है। किले के भीतर स्थित स्थापत्य कला और दीवारों पर उकेरी गई चित्रकला विशेष रूप से दर्शनीय हैं।
5. राजमहल (Raj Mahal)
राजमहल डूंगरपुर का एक ऐतिहासिक महल है, जो शहर के मध्य में स्थित है। यह महल राजपूत स्थापत्य का बेहतरीन उदाहरण है और यहाँ के शाही कक्षों की सजावट अत्यंत आकर्षक है। महल के भीतर की दीवारों पर उकेरी गई चित्रकला और शाही अस्तबल को देखना एक शानदार अनुभव होता है। यह महल डूंगरपुर के शाही इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यहाँ का माहौल दर्शनीय और ऐतिहासिक है।
6. देवपुरा मंदिर (Devpura Temple)
देवपुरा मंदिर डूंगरपुर का एक प्रमुख हिन्दू मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर शहर के बाहरी इलाके में स्थित है और यहाँ का वातावरण शांति और भक्तिपूर्ण है। देवपुरा मंदिर की वास्तुकला और यहाँ की पूजा विधि पर्यटकों को आकर्षित करती है। यह स्थान धार्मिक पर्यटन के लिए आदर्श है और यहाँ आने वाले श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।
7. आष्ठभुजा माता मंदिर (Ashtbhuj Mata Temple)
आष्ठभुजा माता मंदिर डूंगरपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है जो आष्ठभुजा माता को समर्पित है। यह मंदिर डूंगरपुर शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहाँ हर साल विशेष पूजा और उत्सव आयोजित होते हैं। मंदिर का वातावरण अत्यंत शांत और धार्मिक है, और यह स्थल भक्तों के लिए एक आदर्श स्थल है। मंदिर के आसपास का सुंदर दृश्य और शांति पर्यटकों को आकर्षित करता है।
8. बघनदी किला (Baghnadi Fort)
बघनदी किला डूंगरपुर के एक ऐतिहासिक किले के रूप में प्रसिद्ध है। यह किला किलेबंदी और रक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण था, और यह किला पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। किले की दीवारों पर उकेरी गई चित्रकला और स्थापत्य कला आज भी दर्शनीय है। यहाँ से आसपास के क्षेत्र का दृश्य बेहद सुंदर दिखाई देता है और यह स्थल इतिहास प्रेमियों के लिए आदर्श है।
9. नाहल महल (Nahal Mahal)
नाहल महल डूंगरपुर के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह महल ऐतिहासिक महत्व का स्थल है और यहाँ की वास्तुकला और शाही संरचनाएँ पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। महल के भीतर के कक्ष और उनके शानदार डिज़ाइन डूंगरपुर के शाही इतिहास को उजागर करते हैं। यह महल शाही परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण निवास स्थान हुआ करता था, और आज यह पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है।
10. डूंगरपुर संग्रहालय (Dungarpur Museum)
डूंगरपुर संग्रहालय डूंगरपुर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है। यहाँ पर आपको राजस्थान की पारंपरिक कला, शिल्प, आभूषण और वस्त्रों का संग्रह देखने को मिलेगा। संग्रहालय में प्रदर्शित सामग्री और चित्रकला डूंगरपुर और राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करती है। यह स्थान उन पर्यटकों के लिए आदर्श है जो राजस्थान की संस्कृति और इतिहास को और गहरे से समझना चाहते हैं।
कैसे पहुँचे डूंगरपुर?
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हवाई मार्ग: डूंगरपुर का निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर एयरपोर्ट है, जो लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
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रेल मार्ग: डूंगरपुर रेलवे स्टेशन से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए ट्रेन सेवाएँ उपलब्ध हैं।
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सड़क मार्ग: डूंगरपुर सड़क मार्ग से अच्छे तरीके से जुड़ा हुआ है, और यहाँ पहुंचने के लिए बस, टैक्सी या निजी वाहन का उपयोग किया जा सकता है।
निष्कर्ष
Tourist Places in Dungarpur Rajasthan में आपको ऐतिहासिक किलों, महलों, मंदिरों और झीलों का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है। यहाँ के आकर्षण न केवल पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये स्थल राजस्थान की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को भी उजागर करते हैं। चाहे आप शाही इतिहास और वास्तुकला का आनंद लेना चाहते हों या फिर धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाहते हों, डूंगरपुर हर किसी के लिए कुछ न कुछ पेश करता है।
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